श्रीकृष्ण व नरसी मेहता

बीजक लगाते हैं – श्रीकृष्ण व नरसी मेहता कविता – ७

बीजक लगाते हैं – श्रीकृष्ण व नरसी मेहता कविता – ७


बीजक लगाते हैं जहां, धोका नहीं पज़ता ज़रा।
जिस बात की मद्दें लिखें, वह ठीक पड़ती हैं सदा॥
है जमा दिल हर बात से, मन अस्ल मतलब से लगा।
हाजत तक़ाजे की नहीं, लेना सब आता है चला॥
जो बात करने जोग हैं, उसमें बड़े हुशियार हैं॥७॥


राम कृष्ण हरी आपणास या अभंगाचा अर्थ माहित असेल तर खालील कंमेंट बॉक्स मध्ये कळवा.

बीजक लगाते हैं – श्रीकृष्ण व नरसी मेहता कविता – ७

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *