बीजक लगाते हैं – श्रीकृष्ण व नरसी मेहता कविता – ७
बीजक लगाते हैं जहां, धोका नहीं पज़ता ज़रा।
जिस बात की मद्दें लिखें, वह ठीक पड़ती हैं सदा॥
है जमा दिल हर बात से, मन अस्ल मतलब से लगा।
हाजत तक़ाजे की नहीं, लेना सब आता है चला॥
जो बात करने जोग हैं, उसमें बड़े हुशियार हैं॥७॥