असो कसा कोणी आता – संत तुकाविप्र अभंग
सण दिवाळीचा गोड – संत तुकाविप्र अभंग
दीवाळीचे सणी थेर – संत तुकाविप्र अभंग
ह.भ.प. गणेश दत्तगिरी महाराज
श्री क्षेत्र अबुवरील गुरुशिखर
श्री क्षेत्र अनसूयातीर्थ
श्री क्षेत्र दत्तभिक्षालिंग मंदिर
श्री क्षेत्र बसवकल्याण
श्री क्षेत्र शिरोळचे भोजन पात्र
श्री क्षेत्र बाचणी
श्री क्षेत्र कुमशी
सत्य ज्योतिलिंग बारा – संत नरहरी सोनार अभंग
ऊठ बा होय जागा पहा वासुदेवाला – संत नरहरी सोनार अभंग
भस्म उटी रुंडमाळा – संत नरहरी सोनार अभंग
नाम फुकाचें फुकाचें – संत नरहरी सोनार अभंग
सूर्य असे गगनीं – संत नरहरी सोनार अभंग
सकळ धर्माचें कारण – संत नरहरी सोनार अभंग
शरीराची होय माती – संत नरहरी सोनार अभंग
भोळा हा शंकर पुढें नंदीश्वर – संत नरहरी सोनार अभंग
प्रेम शांति दया शरण निर्धारेसी – संत नरहरी सोनार अभंग
प्रारब्धाची गति – संत नरहरी सोनार अभंग
पंढरी नगरी दैवत श्रीहरी – संत नरहरी सोनार अभंग
पंढरपुरचा जाणा विठ्ठल धणी – संत नरहरी सोनार अभंग
पंढरी नगरीं नांदतो श्रीहरी – संत नरहरी सोनार अभंग